मार्केट में ट्रेडर आए हैं। वॉइस ट्रेडर्स यह 22 ट्रेडर्स विवेक श्रीवास्तव जी का चैनल है। यह दक्षिण अफ्रीका के किस शहर में वहां नौकरी करते हैं। इनको लगा है कि भाई ट्रैक्टर चैनल स्टार्ट करना चाहिए और उन लोगों को एक्सपोज करना चाहिए जो यहां पर लोगों को स्टॉक मार्केट मार्केट सररेटेड नॉलेज दे रहे हैं। कथा सुना रहे हैं या फिर उसके बारे में कई ब्रह्म ग्रंथियों फैला रहे हैं। सोच तो काफी सही है लेकिन तरीका इनका गलत यह हो गया। मेरी समझ से कि उन्होंने उन लोगों पर डायरेक्ट अटैक करना शुरू कर दिया। उन्होंने 12 ट्रेड उन्होंने करके दिखाएं। 12 ट्रेड में सफल रहे अपने साल भर के अकाउंट दिखाएं जो काम या खुद करते गए। वह काम वैसा ही काम से हम दूसरों से मांगते हैं और नहीं देने पर उन्होंने उन लोगों को भला बुरा कहा। किसी ने अगर अपना पी एन आर आल्सो नहीं किया तो उसको चोर बोल दिया। किसी का अगर प्रॉफिट नहीं हुआ। ट्रेड में तो उसको लाइव चैट करने को बोला है। उन्होंने चैलेंज किया और उसने नहीं किया। इनके सामने तो इन्होंने उसको चोर बोल दिया। किसी ने अगर अकाउंट खोलने के लिए अपने वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिंक दे दिया तो उन्होंने उसको चोर बोल दिया। पर यह सारे काम खुद भी कर रहे हैं खुद अपना। वीडियो के नीचे अपने ब्रोकर का लिंक देकर बोलते हैं कि आप मेरे जान मेरे वीडियो के थ्रू लिंक पुरे तू जाकर अपना अकाउंट खोलिए डीमैट अकाउंट खोलने और जो मेरे पास ब्रोकरेज से पैसा आएगा। इस लिंक के थ्रू अकाउंट खोलने पर बहुत सारा पैसा हमें गरीबों में बांट दूंगा। अरे भाई गरीबों में कितना पैसा बांट दोगे। तुम कितना पैसा तुम्हारे पास आया। लोगों को कैसे पता चलेगा और तुम खुद से ही खुद की है। अपने स्टेटमेंट दिखाओगे। तुम कभी भी हेराफेरी नहीं करोगे। इस बात की क्या गारंटी है? गौरव भाषण जितने बाबा का ढाबा की मदद की थी। बाबा का ढाबा वाले कांता प्रसाद जी ने ही उन पर आरोप लगा दिए। 30 दिन के अंदर ही कि उन्होंने उनके पैसे का गबन किया है। अब कौन सही है इसमें कौन नहीं है लेकिन एक बात तो इसमें जाहिर है कि सब हमेशा रहता है। लोगों को जो पैसे खट्टे करता है कि वह कितनी इमानदारी से पैसा आगे बांट रहा है या नहीं बांट रहा है। सिम काम आप भी कर रहे हैं। दूसरे लोगों पर शक करके तो आप यह कैसे कह सकते। आप दूसरे लोगों पर शक करेंगे जो करोड़ों में कम आ रहे हैं। किसी भी तरीके से और आप पर कोई शक नहीं करेगा। आप पर सवालों के गहरे उठे। सवाल लोग आपसे पूछे तो आपने यूट्यूब चैनल बंद करने की नौटंकी शुरू कर दी कि मैं अपना यूट्यूब चैनल बंद कर दूंगा। यह हो गया। वह हो गया। लोग मेरे पीछे पड़ गए हैं। मुझे चैट कर रहे हैं। क्या है यह बच्चों वाले काम कब तक करोगे भाई साहब?
आप किसी पर कीचड़ उछाल रहे हो तो दूसरा बदले में धूप से फूलों की बरसात क्यों चाहा रहे हो? वह भी आपकी कमियां उजागर करेगा जब आपने दूसरे को यह कह दिया कि इन्होंने वीडियो में अपने डिमैट अकाउंट का रेफरल लिंक किस लिए दिया है क्योंकि यह उस लिंक से करोड़ों रुपए कमाना चाहती हैं या कम आ रहे हैं। फिर आपने उसी वीडियो में अपना लिंक भी दे दिया तो उससे आप क्या करना चाहते हैं। उससे आपके जो अकाउंट में पैसा आएगा। में चैरिटी में जाना क्या करेंगे, आपस की चैरिटी करेंगे और चैरिटी भी कितनी इमानदारी से करेंगे, कब तक करेंगे, वहां पर लोग शक करते हैं और शक के आधार पर ही पैसे वालों को शक के नजरिए से ही देखा जाता है। चाहे लोग चंदा करके समाज सेवा के लिए पैसा इकट्ठा करें या फिर किसी व्यक्ति विशेष की भलाई के लिए पैसे इकट्ठा करें पर निगाह उस पर शक वाली ही रहती है। आप कौन से अलग हैं?
करके भी नहीं है यूट्यूब चैनल बंद आप यूट्यूब पर फिर भी वह वीडियो डाल रहे हैं। बस इतना हो गया है कि पहले सप्ताह में दो-तीन वीडियो डालते थे। अब महीने में दो-तीन वीडियो डाल रहे हैं।
पर काम तो सब वहीं रहने में बदला क्या केवल आपने अपनी भाषा अपने नेगेटिविटी जनता में निकाल कर जनता को अपने खिलाफ कर लिया। रॉबिनहुड बनने चले थे। स्टॉक मार्केट की जनता लूटना चाहती है। जनता लूटेगी ही देश में क्या सिद्ध बाबा कम लोग हैं जो कि लोग राधे मां को पूछते हैं। राधे मां से पूजा-पाठ कथन पाठ करवाते हैं कितना?
आत्मीयता से कितनी उनकी पूजा यह कितना पांडे ते हैं उनमें यह तो सभी लोग जानते हैं?
जिस लोगों को जैसा चाहिए वह हमेशा वैसा बना देगा पर दूसरों में कमियां निकाल कर उन पर कीचड़ उछालने से अच्छा है कि वह बेहतर यही है कि आप अपना काम करते चले जाएं। आपकी सफलता आप अपनी सफलता को अपने और लोगों में बांटते चले जाएं। धीरे धीरे धीरे धीरे आपका नेट पर कहा कि टीम बिल्ड हो जाएगी। उसके तो आप और ज्यादा लोगों को सिर्फ कर सकते हैं और इसी तरह सफलता धीमे-धीमे ही मिलती है। एकदम से सफल होकर एकदम से अकाउंट खुलवा कर करोड़ों लोगों का जो व्यापार है, उसमें आप केवल हिस्सेदारी ले रहे हैं। आप उस को खत्म नहीं कर सकते हैं और हिस्सेदार को चोरी का जाएगा। चोर की हिस्सेदारी में सुधार चोर ही बोला जाएगा। उसको साधु नहीं बोला जाएगा जो दूसरे चोर की हिस्सेदारी में चोरी। चोरी में अपना हिस्सा बांट रहा है।